कार बैटरी की हेल्थ कैसे चेक करें – अब ऐसे बैटरी हेल्थ चेक करे

कार इलेक्ट्रिक हो फ्यूल वाली कार को दोनो में बैटरी का उपयोग तो होता है. यदि हम इलेक्ट्रिक कार की बात करे तो इसमें आपको बैटरी पर ही आपको विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है यही इलेक्ट्रिक वाहनों में महत्वपूर्ण रोल निभाता है. बता दे, इलेक्ट्रिक कार का एवरेज भी उसकी बैटरी पर निर्भर करता है. यदि बैटरी की हेल्थ अच्छी है तो फिर आपकी कार का एवरेज भी अच्छा ही होगा.

इसके चलते यदि हम फ्यूल कार की बात करे तो, फ्यूल कार चलती तो डीजल से ही है परंतु इसके इंजन को स्टार्ट करने में बैटरी का महत्वपूर्ण रोल होता है. बैटरी के बिना तो कार भी नही हो पाती है.

यदि आपके पास कार है और आपको आए दिन कार की बैटरी से जुडी कोई न कोई समस्या आती रहती है तो फिर आपके लिए यह लेख खास होने वाला है. इसमें हम कार बैटरी की हेल्थ कैसे चेक करे? से जुड़े विषयों पर चर्चा करेंगे. यदि आप भी इस सभी टिप्स को फॉलो करते है तो फिर आपकी कार की बैटरी लंबे समय तक चलेगी तथा लंबे समय तक बैटरी हेल्थ बनी रहेगी.

कार बैटरी की हेल्थ क्या है

कार की बैटरी हेल्थ एक महत्वपूर्ण परिणाम है जो कार की सही चलने की गारंटी है. बैटरी हेल्थ का मतलब है की बैटरी कितनी अच्छे से चार्ज हो रही है और कितने समय तक उसका चार्ज स्टोर किया जा सकता है. ठीक से मेंटेन की गई और सही तरीके से उपयोग की गई बैटरी वाहन के इलेक्ट्रिकल सिस्टम की लंबी उम्र और बेहतर प्रदर्शन की गारंटी देती है.

जानकारी के लिए बता दे, बैटरी हेल्थ को बनाए रखन के लिए नियमित रूप से चेकअप, सही चार्जिंग तथा ठीक से इस्तेमाल करना महत्वपूर्ण है. इससे निश्चित होता है की वह वहन की बैटरी स्टेडी रहता है और यात्रा के दौरान कोई समस्या नही होती है.    

कार बैटरी की हेल्थ कैसे चेक करें – प्रक्रिया

यदि आप अपनी कार बैटरी की हेल्थ चेक करना चाहते है तो फिर आपको नीचे दिए गए स्टेप्स कू फॉलो करना होगा. इस विधि से आप अपनी कार बैटरी की हेल्थ आसानी से चेक कर सकते है.

  • कर बैटरी की हेल्थ चेक करने के लिए आपको सबसे पहले कार के इंजन को बंद कर देना है.
  • इसके बाद आपको ध्यान पूर्वक बैटरी के टर्मिनल को साफ कर लेवे.
  • यदि कोई ऑक्साइडेशन है तो उसे साफ करे.
  • अब आपको मल्टीमीटर वोल्टेज मोड़ पर सेट करना है और पॉजिटिव टर्मिनल से रेड प्रोब और नेगेटिव टर्मिनल से ब्लैक प्रोप को जोड़े.
  • फिर मल्टीमीटर को करेंट मोड़ पर सेट करे और सही प्रोबो को टार्मिनल्स से जोड़े. इससे बैटरी की चार्जिंग और डिशार्जिंग की क्षमता को जांचा जा सकता है.
  • इसके अलावा भी ऐसे कई तरीके है जिससे की आप कार बैटरी की हेल्थ आसानी से चेक कर सकते है, आप उन्हें भी फॉलो कर सकते है परंतु इसके लिए आपको किसी जानकार व्यक्ति से पूछना होगा.

कार बैटरी चेक करने की तरीका

किसी भी कार की बैटरी चेक करने के लिए निम्न तरीका को फॉलो कर सकते है.

वीज्युअल चेक:

  • सबसे पहले, बैटरी के बाहरी हिस्से यानि उसके आकर को चेक करे कि बैटरी पर कोई दरार, खरोंच आदि तो नहीं है. यदि बैटरी पर किसी भी प्रकार की कोई भी नुकसान है, तो यह बैटरी की खराबी का संकेत हो सकता है.

वोल्टेज चेक:

  • किसी भी बैटरी को आसानी से चेक करने के लिए उसके वोल्टेज को चेक करे. इसके लिए मल्टीमीटर को बैटरी के प्लस टर्मिनल और माइनस टर्मिनल पर संपर्क करे. यदि वोल्टेज 12.2 वोल्ट से कम है, तो बैटरी खराब है, वही यदि 12.6 से अधिक है, तो अच्छा है.

पैरासिटिक ड्रेन चेक:

  • कार बैटरी का पैरासिटिक ड्रेन वह करंट है जो कार के बंद होने के बाद भी बैटरी से लीक होता रहता है. इसे चेक करने के लिए एम्पीयरमीटर को बैटरी के माइनस टर्मिनल और कार के फ्रेम के बीच लगाएं. यदि इसका रीडिंग 50 माइक्रोएम्पीयर से अधिक है, तो पैरासिटिक ड्रेन है. इसे ठीक करने के लिए किसी मैकेनिक से संपर्क कर सकते है.

कार बैटरी का हेल्थ कितना प्रतिशत होना चाहिए

कार बैटरी का हेल्थ महत्वपूर्ण हिस्सा है ताकि वाहन को सुरक्षित तौर पर चलाया जा सके. बैटरी का हेल्थ आमतौर पर प्रतिशत में मापा जाता है और यह सामान्यतः 75 से 85 प्रतिशत तक होनी चाहिए. एक स्वस्थ बैटरी का मतलब है की उसका वोल्टेज स्थिर और यह वाहन की सभी आवश्यक फंशनस को सही से चला सकती है जैसे की इंजन को स्टार्ट, लाइट्स चलाना.

नियमित रूप से बैटरी की देखभाल करना चाहिए और समय-समय पर बैटरी की जांच करवाना, इससे बैटरी की उम्र बढ़ती है और वाहन की चलकता में सुरक्षित बनी रहती है.  

कार बैटरी की हेल्थ कैसे बनाए रखे

यदि आप चाहते है की आपकी कार का हेल्थ लंबे समय तक बना रहे है तो फिर इसके लिए आपको निम्लिखित उपायों का पालन करना होगा. जिसकी विस्तार जानकारी नीचे दी गई है.

  • कार की बैटरी को नियमित अंतराल पर चार्ज करे.
  • कार की बैटरी के टर्मिल्स को साफ रखे और उन्हें ऑक्सीडेशन से बचाए.
  • यदि कार को लंबे समय तक उपयोग नही किया जाए तो फिर बैटरी की आपूर्ति को बंद करे.
  • ठंडे मौसम में कार को गर्म होने में सहारा देने के लिए इंजन को अधिक समय तक चलाए तथा बैटरी को ठंडे स्थान से बचाए.

कार बैटरी मे की हेल्थ बंनाए रखने के लिए किन बातों पर चाहिए

कार की बैटरी की हेल्थ बनाए रखन के लिए निंमलिखित बातो को ध्यान में रखना चाहिए. इन सभी टिप्स को फॉलो करके आप आप अपनी कार बैटरी की हेल्थ लंबे समय तक बनाए रख सकते है.

  • कार की बैटरी की हेल्थ बनाए रखन के लिए आपको बैटरी को समय पर चार्ज करे और अधिक से अधिक 20 से 80 % के बीच में ही बैटरी चार्ज करवाए.
  • कार की बैटरी को पूरी तरह से डिस्चार्ज न करे इससे उसकी लाइफ स्पैन कम होती है.
  • बैटरी को नियमित रूप से चार्ज करने के लिए गाड़ी को रोजाना चलाए.
  • जब बैटरी को चार्ज किया जा रहा हो तो अत्याधिक गर्मी और ठंडी से बचाए.

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FAQs

Q. कार की बैटरी की हेल्थ कितनी होनी चाहिए?

कार की बैटरी की लाइफ लगभग 4 से 5 साल तक की होती है, इसकी लाइफ आपके उपयोग और ब्रांड पर भी निर्भर करती है. यदि आप बैटरी का अच्छे से मेंटेंस और ध्यान रखते है तो फिर आपकी कार की बैटरी लगभग 6 से 7 वर्ष भी चल सकती है.

Q. मेरी कार की बैटरी हेल्थ कैसी होनी चाहिए?

एक हेल्थ बैटरी को 12.4 और 12.7 V के बीच होना चाहिए, इसके ठीक नीचे की राइडिंग यह संकेत करती है की बैटरी हेल्थ केवल 70% है.

Q. कार हेल्थ मॉनिटर क्या है?

कार हेल्थ मॉनिटर वाहन स्वास्थ्य ट्रेकिंग प्रणाली का उपयोग किसी भी वाहन के समग्र स्वास्थ्य की जांच के लिए किया जा सकता है. यह सिस्टम आंतरिक और बाहरी सिस्टम के रूप में आते है.

Q. कार की बैटरी पर कितना वोल्टेज होना चाहिए?

कार की बैटरी का वोल्टेज 12.6 के आस पास होना चाहिए परंतु जब इंजन चलता है तो यह आमतौर पर 13.5 से 14.5 वोल्टेज तक बढ़ जाता है.

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