इन्वर्टर बैटरी का उपयोग लम्बे समय तक करने पर बैटरी का बैकअप धीरे धीरे कम होने लगते है. इसके अलावे, कई बार बैटरी का रखरखाव सही से न करने या बैटरी ख़राब होने के स्थिति में बैकअप कम हो जाता है. लेकिन इसे कुछ उपायों का उपयोग कर इन्वर्टर बैटरी का बैकअप ठीक कर सकते है.
इस पोस्ट में हमने बैटरी बैकअप बढ़ाने के लगभग सभी तरीके बताया है, तो बैटरी कंपनी और एक्सपर्ट द्वारा suggest भी किया गया है. यदि आपके भी इन्वर्टर बैटरी में बैकअप का प्रॉब्लम है, तो निचे बताए गए तरीको का उपयोग कर सकते है. आइए इसे विस्तार से जानते है:
इनवर्टर बैटरी का बैकअप बढ़ाने के लिए इन बातों का ध्यान रखें
कई बार बैटरी के लगातार उपयोग से उसका बैकअप कम हो जाता है, जिससे उपभोक्ता को लगता है कि उनकी बैटरी खराब हो गई है. लेकिन ऐसा हमेशा नही होता है, कुछ पॉइंट को फॉलो कर बैटरी की बैकअप बढ़ाया जा सकता है, जिसकी पूरी जानकारी निचे उपलब्ध किया गया है.
यदि आपका बैटरी भी बैकअप नही दे रहा है, तो निचे दिए गए स्टेप को अपने सुविधा अनुसार फॉलो अवश्य करे, ताकि आपका इन्वर्टर बैटरी अच्छा बैकअप दे सके.
इनवर्टर बैटरी चार्ज का पूरा इस्तेमाल करें
इनवर्टर बैटरी का बैकअप बढ़ाना चाहते हैं, तो आपको महीने में कम से कम एक बार अपनी इनवर्टर बैटरी को पूरा इस्तेमाल करना चाहिए। यानी की इनवर्टर बैटरी को एक बार पूरा डिस्चार्ज होने दे और उसके बाद फिर से उसका इस्तेमाल करना शुरू करें। ऐसे बैटरी बैकअप बढ़ता है।
बैटरी को ओवरचार्ज न करे
इन्वर्टर बैटरी का बैकअप बढ़ाने के लिए ध्यान दे की आपकी बैटरी ओवरचार्ज न हो, ओवरचार्ज होने से बैटरी अत्यधिक गर्म होता है, जिससे बैटरी कम उर्जा को कंज्यूम कर पता है, और उसी के अनुसार बैटरी बैकअप देता है. इसके अलावे, बैटरी को ओवरड्रेनिंग यानि पूरी तरह डिस्चार्ज होने से भी बचाए, इससे बैटरी का बैकअप बढ़ता है.
बैटरी के पानी का जांच करें
इनवर्टर बैटरी में ऊपर की तरफ छोटी-छोटी ट्यूब लगी होती है। जो की ट्रांसपेरेंट होती है। उनमें हमें पानी दिखाई देता है। दरअसल यह कोई सामान्य पानी नहीं होता है, बल्कि एक स्पेशल वाटर होता है । जिसका इस्तेमाल हम इनवर्टर बैटरी में करते हैं।
हर एक या दो महीने बाद इन ट्यूब के माध्यम से पानी को डाला जाता है। इस ट्यूब में आपको मिनिमम और मैक्सिमम चिह्न दिखाई देता है। इनवर्टर बैटरी के जलस्तर को यही से मेंटेन किया जाता है ।
अगर आप पानी का लेवल मेंटेन नहीं करेंगे, तो आपकी इनवर्टर बैटरी बहुत जल्दी खराब हो जाएगी। इसलिए इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखें। इनवर्टर के लिए एक स्पेशल पानी भी आता है्। जो बाजार में काफी सस्ते दाम पर उपलब्ध है । आप उस पानी का इस्तेमाल करें। बैटरी बैकअप सही रहेगा।
कम उर्जा खपत वाले उपकरण का उपयोग करे
आज के समय में हर घर में एक से एक इलेक्ट्रॉनिक गैजेट उपलब्ध है। इन सभी गैजेट को चलाने के लिए बिजली की आवश्यकता होती है। बहुत बार ऐसा होता है कि हम हाई वोल्टेज की चीजों को इनवर्टर पर चला देते हैं ।
अगर आप भी ऐसा करते हैं, तो आपकी इनवर्टर बैटरी का बैकअप धीरे-धीरे कम होना शुरू हो जाएगा और एक दिन ऐसा भी आएगा कि आपकी इनवर्टर बैटरी बिल्कुल डेड हो जाएगी।
इसलिए इनवर्टर बैटरी कम वोल्टेज की चीजों का इस्तेमाल करें। इससे आपकी इनवर्टर बैटरी सालों साल चलेगी और बैकअप अच्छा रहेगा। एक्सपर्ट का विशेष परामर्श होता है कि हमेशा ब्ररांडेड उपकरण का उपयोग महत्वपूर्ण है. क्योंकि, उनकी क्वालिटी अच्छी होती है, जिसकी जाँच कई प्रकार से होता है.
इनवर्टर के टर्मिनल की सफाई समय पर करे
बहुत लोगों को यह नहीं पता है कि इनवर्टर बैटरी के बैकअप को बढ़ाने के लिए इनवर्टर के टर्मिनल की समय-समय पर सफाई करनी जरूरी होती है। अगर टर्मिनल की समय समय पर सफाई न की जाए, तो कुछ समय बाद टर्मिनल पर जंग लग जाता है ।
जंग लगने के कारण बैटरी सही तरीके से परफॉर्मेंस नहीं दिखा पाती है। अगर आप भी अपनी इनवर्टर बैटरी के बैकअप को बढ़ाना चाहते हैं, तो नियमित रूप से टर्मिनल की सफाई करते रहे।
यूपीएस को खाली स्थान पर रखे
इनवर्टर बैट्री का बैकअप अगर बढ़ाना चाहते हैं, तो यूपीएस को ऐसी जगह पर रखें जहां हवादार जगह हो। बहुत लोग घर के किसी कोने में या फिर ऐसी जगह पर इनवर्टर बैटरी को रख देते हैं। जहां बिल्कुल भी हवा नहीं लगती है।
जिसके कारण जब बैटरी का इस्तेमाल किया जाता है, तो बैटरी बहुत ज्यादा गर्म हो जाती है और गर्म होने के कारण बहुत जल्दी खराब हो जाती है।
बैकअप भी बिल्कुल डेड हो जाता है। तो इसीलिए इनवर्टर बैटरी को हवादार स्थान पर रखें ताकि बैटरी पर हवा लगती रहे और ज्यादा गर्म ना हो।
बैटरी पर अत्यधिक लोड ना डाले
बहुत लोग ऐसे होते हैं,जो इनवर्टर बैटरी पर काफी ज्यादा लोड डाल देते हैं। यानी की बैटरी इतनी पावर की नहीं होती है, लेकिन घर में जो चीज इनवर्टर पर चल रही होती है वह काफी लोड की होती है।
इस बात का ध्यान रखें कि जब भी आप लाइट का इस्तेमाल इनवर्टर बैटरी पर कर रहे हैं, तो जरूरत की चीजों का ही इस्तेमाल करें। एक साथ काफी सारी इलेक्ट्रॉनिक चीजों का इस्तेमाल करने से आपकी बैटरी जल्दी खराब हो सकती है और बैकअप भी एकदम डाउन हो सकता है। तो इस बात का अगर आप ध्यान रखेंगे, तो बैटरी खराब नहीं होगी।
जरुरत के अनुसार इन्वर्टर बैटरी लगाए
सबसे पहले आपकी जितनी जरुरत है, उसकी आकलन करे और उसी के अनुसार इन्वर्टर बैटरी लगाए. कई बार जरुरत से कम पॉवर के बैटरी लगाने से बैकअप अच्छा नही मिलता है. इसलिए, यह सुनिश्चित करना अनिवार्य है कि आपको कितना उर्जा की खपत है, तो कितना चाहिए.
- यदि कामो में ज्यादा बिजली का इस्तेमाल होता है, तो उच्च AH वाली बैटरी खरीदें.
- ट्यूबुलर बैटरी, फ्लैट प्लेट बैटरी से ज्यादा बैकअप देगा, जिसे आप try कर सकते है.
- अच्छी ब्रांड की बैटरी खरीदें, जो टिकाऊ और विश्वसनीय हो साथ ही वारंटी भी अच्छी हो.
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इन्वर्टर बैटरी बैकअप से जुड़े प्रश्न FAQs
इन्वर्टर की बैटरी का बैकअप लम्बे समय तक बढ़ाने के लिए बैटरी में समय पर पानी, बैटरी के टर्मिनल पर जमे कचरा, को साफ रखे, तथा उसे हवादार स्थान पर रखे. ऐसा करने से बैटरी का बैटरी बढ़ जाएगा.
यदि आवश्यकता से अधिक उपकरण का उपयोग करते है, तो इससे इन्वर्टर बैटरी जल्दी से खत्म होना शुरू हो जाती है. इसके अलावे, यदि बैटरी का पानी न बदलना, हवादार स्थान पर न रखना, जरुरत से ज्यादा चार्ज करना, आदि जैसे समस्या पर ध्यान नही डेट है, तो इससे भी बैटरी जल्दी खत्म होती है.
इनवर्टर बैटरी का बैकअप उसकी की क्षमता, उपकरणों की खपत पर निर्भर करता है. आमतौर पर एक 100AH बैटरी का बैकअप 20-30 घंटे तक होता है. बैटरी को मेंटेन करके बैटरी बैकअप को कायम रख सकते है.
इन्वर्टर बैटरी का बैकअप बढ़ाने के लिए निम्न उपकरण होना चाहिए.
>>बैटरी टेस्टर
>>ऑटो कट ऑफ चार्जर
इन उपकरणों की मदद से आप बैटरी की क्षमता, वर्तमान स्थिति, और बैटरी के रखरखाव की निगरानी कर कर बैटरी के हेल्थ सभी रख सकते है.
इन्वर्टर बैटरी को लम्बे समय तक चलाने के लिए उसे निर्धारित समय तक चार्ज करे. उसके बाद आवश्यक के अनुसार बिजली उपकरण जोड़े. बैटरी को हवादार स्थान पर रखे जिससे वो गर्म न हो.