बैटरी का उपयोग तो सभी वाहनों, घरो, ऑफिस आदि में होता है. इसके अलावा बैटरी का उपयोग ऊर्जा स्टोरेज के लिए इन्वर्टर में भी किया जाता है. परंतु यदि आप बैटरी का उपयोग घर, इन्वर्टर या कार, ट्रैक्टर, बस, ट्रक जैसे बड़े वाहनों में करते है तो आपको समय पर बैटरी में पानी डालना जरूरी होता है. अगर आप समय से बैटरी में पानी नही डालते है, तो इससे बैटरी जल्दी गर्म हो जाती है तथा बैटरी खराब भी हो सकती है. इसीलिए आपको बैटरी में पानी का लेवल बनाए रखना चाहिए, इससे आपकी बैटरी लंबे समय तक चलेगी और सुरक्षित भी रहेगी.
कई लोग ऐसे होते है जो बैटरी सुख जाने के बाद ही बैटरी में पानी डालते है, जो गलत है. ध्यान रखे बैटरी के ऊपर एक इंडिकेटर लगा होता है उस लेवल तक ही आपको पानी भरना चाहिए. बता दे, इंडिकेटर से ऊपर आपको पानी नही भरना चाहिए क्योंकि इससे बैटरी पूरी तरह से पानी से भरकर पानी बाहर आने लगेगा. ध्यान रहे बैटरी में पानी डालते समय आपको केवल Distilled Water ही डालना है, किसी साधारण पानी का उपयोग बैटरी में नही करना है.
बैटरी में वाटर लेवल
किसी भी बैटरी में वाटर लेवल 0 से 5 तक होना अनिवार्य है. इसलिए, डिस्टिल्ड वाटर का लेवल 0 से 5 के बिच होना चाहिए. बैटरी में पानी का pH लेवल 7 होता है, जिसे न्यूट्रल कहा जाता है. यदि बैटरी वाटर का लेवल कम होता है, तो बैटरी कंपोनेन्ट के साथ केमिकल रिएक्शन होने का खतरा बना रहता है, जिससे आपकी बैटरी खराब हो सकती है.
प्रत्येक बैटरी पर वाटर फिलर लेवल का इंडिकेटर उपलब्ध होता है. यदि बैटरी इंडिकेटर Green पर है, तो बैटरी पर्याप्त पानी है. लेकिन यदि Red पर है, तो सिका मतलब है कि पानी डालने की आवश्यकता है. ध्यान दे, पानी डालते समय ग्रीन लेवल का ध्यान में अवश्य रखे.
बैटरी मे पानी डालना क्यो जरूरी है?
बैटरी में पानी डालना एक आवश्यक प्रक्रिया है जो बैटरी के सही कामकाज और दीर्घकालिन उपयोग के लिए महत्वपूर्ण है. बैटरी की सही स्थिति में जल स्तर बनाए रखना, बैटरी को सुरक्षित रखने और इसकी बैकअप को बढ़ाने में मदद करता है. पानी डालने से बैटरी में एसिड स्तर संतुलित होता है.
बिना पानी डाले बैटरी ना तो ज्यादा दिनों तक चल पाएगी और ना ही ज्यादा बैकअप दे पाएगी. इससे बचने के लिए कम से कम 2 से 3 माह में बैटरी में एक बार पानी जरूर डाल देना चाहिए. इसके अलावा बैटरी के सभी सेल में पानी डालना चाहिए. यदि एक सेल भी छूट गया तो फिर बैटरी खराब हो जाएगी बैटरी को सही से चलाने के लिए उसके सभी सेल में पानी डालना बहुत ही जरूरी है.
बैटरी मे ज्यादा ज्यादा पानी डालने से क्या होता है
यदि आप बैटरी में ज्यादा पानी डालते है तो फिर इसका प्रभाव बैटरी की प्रदर्शन शक्ति पर हो सकता है. बैटरी के इलेक्ट्रोलाइट्स में अधिक पानी की मात्र से इलेक्ट्रोलाइट्स का प्रदर्शन धीमा हो सकता है और बैटरी की क्षमता कम हो सकती है.
इसके अलावा, अधिक पानी से बैटरी के भीतर के स्तर में पानी की मात्रा पढ़ जाती है. जिससे बैटरी को नुकसान हो सकता है. इसलिए बैटरी में सही मात्रा में पानी डालना अधिकतम प्रदर्शन और दीर्घकालीक सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है.
बैटरी मे पानी कम होने से क्या होता है
बैटरी में पानी एक अभिन्न हिस्सा है जो बैटरी की अच्छे से काम करने में मदद करता है और अगर यह कम हो जाता है तो बैटरी के इलेक्ट्रोलाइट्स पर प्रभाव डालता है. इससे बैटरी की उम्र कम हो सकती है और इसकी क्षमता कम हो सकती है.
इसलिए बैटरी के सही स्तर पर पानी की निगरानी रखना आवश्यक है ताकि उसका उच्चतम प्रदर्शन और दीर्घकालिक उपयोग हो सके.
बैटरी का पानी कैसे नापा जाता है
बैटरी का पानी नापने के लिए आमतौर पर एक हाइड्रोमाइटर का उपयोग किया जाता है. हाइड्रोमाइटर एक छोटी सी इंस्ट्रूमेंट है जो बैटरी के इलेक्ट्रोलाइट्स स्तर को मापने में मदद करता है.
यह एक बैटरी की आपूर्ति को दर्शाता है जिससे यह पता चलता है की बैटरी कितनी चार्ज है, बैटरी में पानी का लेवल कितना है या इसमें किस तरह की समस्या है और उसकी चार्ज भरे होने के आधार पर उपयोगकर्ता को सूचित करता है.
इसके अलावा इसमें बैटरी की स्थिति का निरीक्षण किया जा सकता है, इसके माध्यम से पानी का लेवल भी पता हो जाता है और उचित देखभाल की स्तिथि भी दिख सकती है.
बैटरी का पानी लेवल मे रहने से क्या होता है
बैटरी का पानी लेवल में रहना बैटरी के सही फंक्शनिंग के लिए महत्वपूर्ण है. बैटरी के पानी का स्तर सही होना इसे सही तरीके से काम करने में मदद करता है और उसकी लाइफ स्पैन भी बढ़ाता है.
पानी का सही स्तर बनाए रखना बैटरी की इलेक्ट्रोलाइट्स को सही तरीको से मिलने की सुनिश्चित करता है, जिससे उसकी कार्यक्षमता बनी रहती है.
यदि पानी का स्तर बहुत ज्यादा हो या फिर बहुत कम हो तो फिर बैटरी की प्रदर्शन में कमी हो सकती है. सही पानी के स्तर को बनाए रखन के लिए नियमित अंतराल पर बैटरी की चेक और मेंटेनेंस की आवश्यकता होती है.
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बैटरी लेवल से जुड़े FAQs
ध्यान रहे जब आप बैटरी में पानी डाले तो आपको हमेशा अपनी बैटरी में Distilled Water ही डालना चाहिए. आप इसमें अन्य पानी का उपयोग बिलकुल भी नही कर सकते है.
जी नही, बारिश का पानी बैटरी के लिए उपयुक्त नही है क्योंकि इसमें अतिरिक्त खनिज और अशुद्धियां होती है जो बैटरी के जीवन और प्रदर्शन को प्रभावित करती है.
अगर आपके इन्वर्टर बैटरी में पानी कम है तो फिर आपका इन्वर्टर बैटरी आवाज करने लग जाएगा और बैटरी ज्यादा गर्म होने लगेगी. इसके चलते जल्द ही आपको बैटरी में डिस्टिल्ड वाटर डाल लेना है.
आपकी जानकारी के लिए बता दे, 150Ah की पूरी तरह से सुखी हुई बैटरी को लगभग 4 से 5 लीटर डिस्टिल्ड वाटर चाहिए होता है. पानी भरते समय समय आपको सभी सेल में बरा-बर पानी डालना चाहिए.
बैटरी के पानी में सुलफुरिक एसिड (S2SO4 ) और पानी का मिश्रण होता है तथा एसिड का अम्लीय पी.एच 0.8 है.